तेरा स्वेटर

     मिलन , प्रेम, स्नेह का अर्क तकली पर डाला है 

तब कहीं नर्म , गर्म ऊन का  धागा निकाला  है ||

मिलन  और विरह की दो सिलाइयाँ  खरीद  लाई  हूँ 

आज तेरे लिए स्वेटर बुनना सीख आई हूँ ||                              

               गुजरे वक्त से पीठ की बुनाई की है 

          कल के सपनों को पिरो आगे की सिलाई की है 

                तेरी  वाहों की गर्मी को महसूस करती हूँ 

                  जब मैं ऊन  से स्वेटर की बाजू बुनती हूँ |

                

     यह दो सिलाइयाँ कहाँ  हैं !एक मैं एक तुम  हो 

           दो ऐसे राही जिनको मंजिल की धुन हो |

          मेरी चाहते ये रंग फूलों से चुरा लाई है

            यह ऊन कारखानों में  नहीं बनाई है |

        

दिन भर चलता है धागों का एक दूजे से उलझना 

     जैसे बात बात पर मेरा तुझसे ,तेरा मुझसे झगड़ना 

     प्यार की overdose से बुनती खराब हो गई है 

मेरी आँखों से इतना गुजरी है की स्वेटर शराब हो गई है 

           एक तुम जिसका जबाव नहीं कोई ,

           तेरे पहनते ही ये नाचीज लाजवाब हो गई है 

                         अचलाएसगुलेरिया

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 मिलन , प्रेम, स्नेह का अर्क तकली पर डाला है 

तब कहीं नर्म , गर्म ऊन का  धागा निकाला  है ||

मिलन  और विरह की दो सिलाइयाँ  खरीद  लाई  हूँ 

आज तेरे लिए स्वेटर बुनना सीख आई हूँ ||

                    achlasguleria

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इतनी फ़िक्र ना किया 
कर,
ताउम्र तेरे साथ रहेंगे
तुम 
लहर हो तो मैं नदी हूँ 
हम आखिरी 
बूंद तक साथ साथ बहेंगे...!!
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Good night

दिल करता है 
तुम पर ऐसा password लगाऊं 

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अगर तुम्हे कोई देखे भी तो
 पहले OTP मेरे पास आए

जीवन मे हमेशा_
अच्छा सोचिए,
अच्छा बोलिए
        और_
अच्छा कीजिए
क्योंकि यह सब वापस लौट कर
 आप के पास ही आएगा ..

ये तो परिन्दों की
मासूमियत है साहब,

वर्ना........

दूसरों के घरों में
अब आता जाता कौन है......
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 *

Vedic System of Education in India

India was the the first country of the World which could develop a very sound system of Education during Vedic period. 
 
Education during Vedic period was divided in two levels namely 

*Primary education  

 

 *higher education


Primary Education-

The Primary education during Vedic period was arranged in the families .The Vidyarambha Samskara (beginning of education)of the child was initiated on some special day at the age of about 5years.This ritual was conducted by the family  priest .The child  was bathed ,put on new clothes and was presented before the priest .The priest would spread a new cloth with grains on it. The gods and goddesses were worshipped by Vedic mantras and the child 's finger was made to run on the grains making letters of the alphabets .The priest then fed and paid dakshina.He blessed the child and thus his regular education started.

Higher Education

Higher education during Vedic period, was  organised  in the Gurukuls' .   The children were admitted in Gurukuls at the age of 8-12 years. Upanayan samskar of the child was performed at the time of admission in gurukuls and higher education started after this ceremony.



कविता,

मन बंजारा मन बंजारा 
यह बेचारा दर्द का मारा

कड़ी धूप में निकल पड़ा है
हाथ है खाली पर मन तो भरा है
जीत की चाह में फिर से हारा

खुश दिखता है !पर खुश तो नहीं है
सब तो मिला है !और सबकी कमी है
भाग्य लिखे अब कौन दोबारा

एक कलम ही लिखे सबकी कहानी
कुछ सांसे लिख दे कुछ दाना पानी
लेखों के भंवर में फंसा दिल बेसहारा
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Good night

शब्दों  को दो ही लोग

ध्यान से पढ़ते हैं

1, ज्ञान प्राप्त करने वाले

2 ,  गलती निकालने वाले

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मेरी चाहत का एक लफ्ज़ न पढ़ सकीं तुम,
मैं कैसे मान लूं कि तुमने ग्रेजुएशन किया है।



उसको भूलने की कसमें खा कर भी ,

हमने हर राह में उसको ही ढूंढा हैं,,,।
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Happy holi

              इन बेहिसाब रंगों की,
                   बात ना पूछिए.....

             जब इश्क होता है,
       
               तो सारी कायनात,
             रंगीन हो जाती है.....!!
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बे-रंग सी ज़िंदगी थी हमारी बगैर ये तुम्हारे ,
तुम क्या मिले रंग खिल गये चेहरे पर हमारे...
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            रंग भी उसी का चढ़ा है..
        जिसके साथ कभी होली नहीं खेली..!!
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holi soecial

होली पे मिलने का दस्तूर तुम कुछ यूँ निभा जाना 
Achlasguleria 
मैं आसमान से गुलाल गिराऊँ तुम छत पर आ जाना 


हर मुलाक़ात इशारा है कुदरत का,
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रंग किसी का किसी पर तो चढ़ेगा ज़रूर!


तुम अपने रंग में जो रंग लो तो होली है ,
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नहीं तो रंगों का त्योहार आज भी एक पहेली है....!!


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जमाने ‌को‌ क्यूं बताऊं_
         तुम क्या हो‌ मेरे लिए,

      तुम्हें खामोशी से चाहना
                 मुझे अच्छा लगता है
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Goodmorning

तुम्हारा  एक प्रणाम🙏🏼 बदल देता है सब परिणाम ।।          Shayaripub.in