करोना पर कविता लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
करोना पर कविता लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

carona

🔥इस रचना को लिखना  समय की आवश्यकता लगा🔥
                           ✍करोना से डरो✍

समय की आवश्यकता है ..बदलाव अत्यंत अनिवार्य है
 मास्क सैनिटाइजर विहीन हर व्यक्ति अस्वीकार्य है 
दूरी सबसे बना कर चलना सर्वश्रेष्ठ कार्य है।।

 उठो अपने समाज को पहल करके जगाओ
 अत्यंत सामाजिक तत्वों को सोशल डिस्टेंसिंग सिखाओ
 ना तो स्वयं करो कोई उत्सव ना ही भीड़ में जाओ।।

 विवाह समारोह उत्सव  सब खतरनाक असुरक्षित है 
परिवार हित में त्यागो इनको तभी बुजुर्ग सुरक्षित हैं
संवेदनशील हर व्यक्ति जहां है  मात्र सदन  वो रक्षित है ।।

धन दौलत रुतबा सब शादी में दिखाना क्यों ?
तोहफ़े लाए लोगों को मौत ही मौत लौटाना क्यों?
 भयावह स्थिति में देश है खुशियों के कार्ड छपवाना क्यों?

 देश समाज करोना से लड़ रहा 
मौत का आंकड़ा पल-पल बढ़ रहा 
सदमे में डूबे परिवार की  कौन यहां परवाह कर रहा।।

 हमें स्वयं ही स्वयं को बचाना चाहिए 
देश हित में कदम यह उठाना चाहिए
 अति आवश्यक हो जहां जाना 
           सिर्फ वही जाना चाहिए।।
            सिर्फ बहन जाना चाहिए।।
                                            अचला एस गुलेरिया
                  Shayaripub.com 

Goodmorning

तुम्हारा  एक प्रणाम🙏🏼 बदल देता है सब परिणाम ।।          Shayaripub.in