यह तारे आसमानों मेंहम जैसों ने बिखेरे हैं।।
मुझे मुझसे मोहब्बत हैयह दर्पण बोल देता है
झूठ कितना है रिश्तो मेंपोल सब खोल देता है
मुझे चुपके से कहता हैदीवाने हम भी तेरे हैं।।
झूठ कितना है रिश्तो मेंपोल सब खोल देता है
मुझे चुपके से कहता हैदीवाने हम भी तेरे हैं।।
यह जीवन है मेरा अपनामेरे संघर्ष अपने हैं
चांद को छू के आना हैआंखों में ऐसे सपने हैं
हंस के दिल चुराते हैंदिलो के हम लुटेरे हैं
जो पाना है वो पाएंगेजिसे खोना है खो देंगे
कभी जब टूट जाएं हमसरे महफिल में रो लेंगे
हमने दर्द के मोतीयह कागज पर उकेरे हैं
नफरत करने वालों सेमोहब्बत है हमें ज्योति
बांटता है वही इंसानचीज जो पास है होती
प्यार जिस दिल में रहता हैउस दिल में रब के डेरे हैं
प्यार जिस दिल में रहता हैउस दिल में रब के डेरे हैं
अचला एस गुलेरिया