Emotional shayari

ले चल मुझे बचपन की...उन्हीं  वादियों में...ऐ "जिन्दगी".
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*_जहाँ न कोई "जरुरत" थी...और न कोई "जरुरी" था....
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                          हिन्दी शायरी दिल से 



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