🌹तेरे हाथों की उंगलियों में उंगलियां डाले...
रात भर चांद को देखा जाए ।।✍
🌹आज फिर प्यार की मदहोशी में..
लेकर मयखाने से..
कलम कुछ लिखा जाए।।✍
🌹रिश्ता जो रूह से बनता है !
वो रूह में उतरे !!
यह सलीका भी ....
नया इश्क का सीखा जाए।।✍
🌹तुम को समझूं मैं गूगल
सब तुम में खोजें
तेरी आंखों को डूब के परखा जाए।।✍
🌹 तेरे कमरे में बैठकर ....
नोबल पढ़ लूं ......
ऐसा अब रिश्ता तेरे साथ रखा जाए।।✍
अचला एस गुलेरिया
हिन्दी शायरी दिल से
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