emotional shayari ,good night


तेरे  साथ ....

तेरे साथ गुज़रा हर लम्हा ,एल्बम की तस्वीर हो गया 
ख़ूबसूरत था बहुत पर अब यादों की जागीर हो गया

तू लौट गया जब मुझे राहों में तन्हा छोड़कर
मन मेरा कोई यायावर , कोई राहगीर हो गया

ना तेरे जाने का ग़म...ना लौट आने की है आरज़ू 
ऐसे ये मन मलंग मेरा...जैसे कोई फ़क़ीर हो गया !!

1 टिप्पणी:

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...