बुझते हुए चिराग़ जलाने का शुक्रिया
मुझको मेरी अहमियत बताने का शुक्रिया
बेफिक्र से थे हम सब रिश्तों को भूलकर
इक बार फिर से दिल दुखाने का शुक्रिया
झुकने न दिया मैंने कभी विश्वास आपका
फिर भी सदा इल्जाम लगाने का शुक्रिया
bujhte hue Chicago jlane ka shukriya
Mujhko meri admiration btana ka shukriya
Befikr se the hum sb rishton ko bhool kr
Ik bar fir se dil dukhane ka shukriya
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें