good morning

एक अजीब सी_
_'दौड़' है ये जिन्दगी,_
        _जीत जाओ तो कई_
        _अपने पीछे छूट जाते हैं और
_हार जाओ तो_
_अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं!_
   Shayaripub.in






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 thank God my blog is start working again