योगदिवस

विचारों का अनुलोम विलोम कीजिये।
बुरे विचार बाहर 
भले विचार भीतर
मन को पद्मासन में बिठाइए
तन को वज्रासन में रखिये
दिमाग को सूर्यासन कराइये
होठो को मुस्कुरासन
जीवन एक योग है
गुणा भाग में न पड़िये
योग करिये निरोग रहिये

*योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं*

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...