राम चरित मानस एक महा ग्रंथ है:
मानवता कल्याण इसका एक मात्र पंथ है:
--प्रेम की परिभाषा दे दी,धर्म को निज भाषा दे दी।।
।तुलसी ऐसा सन्त है ll
मानवता कल्याण इसका .....
आर्यों को धर्म पर गर्व होना चाहिये:
सत्य प्रेम करुणा सद कर्म होना चाहिये :
मानस में आदर्श यह झलकता अनंत है
मानवता कल्याण
आदर्श रूप भाई का,पिता का और मित्र का
शत्रु नियमवद्द,सर्वत्र है पवित्रता
वुजुर्गॉं का सम्मान,सलाहकार जामबंत है
मानवता कल्याण इसका..
सुन्दरकाण्ड शौर्य निडरता का प्रमाण है
प्रमाण क्या है,साहिब,मानस का प्राण है
अजर अमर श्रवण इसका करता हनुमंत है
मानवता कल्याण इसका
आदर्श चरित्र राम का देता यही उपदेश है
सत्य प्रेम करुणा राम का संदेश है
राम ही है आदि पुरुष राम में ही अन्त है
मानवता कल्याण
राम करुणा रूप तुम,सत्य हो साकार हो
तपस्वियों की आस्था,भक्ति का आधार हो
राम ज्योति नाम तेरा गाती भगवंत है
मानवता कल्याण इसका.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें