बेगि चलिअ प्रभु आनिअ भुज बल खल दल जीति॥
अर्थ:-हे करुणानिधान! उनका एक-एक पल कल्प के समान बीतता है। अतः हे प्रभु! तुरंत चलिए और अपनी भुजाओं के बल से दुष्टों के दल को जीतकर सीताजी को ले आइए॥
रामचरित मानस
Nimish nimish karunanidhi
Jahin kalp sam biti
Begi chaliy prabhu aniye
Bhuj bal khal dal jiti
हिन्दी शायरी दिल से
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