shayaripub.com

तेरे इश्क मे  तुझसे
 ज्यादा वावला है
मुझे बिन देखे चाहने वाली
.
तेरे महबूब का रंग जरा “सांवला” है
💖💖💖💖💖💖Shayaripub.com 💖💖💖💖💖
               Tera yaar tujhse jyada
💖💖💖💖💖💖Vavla hai💖💖💖💖💖💖💖
            Mujhe bin dekhe chahne wali
                   Tere mehboob ka rang
💖💖💖💖💖💖Jra💖💖💖💖💖💖💖💖
                            Samvla hai
💞💞💞💞💞हिन्दी शायरी दिल से 💞💞💞💞💞💞💞

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कुछ

जिंदगी की प्रयोगशाला में प्रयोग चलते रहते हैं  उन पर कितने रंग चढ़ते उतरते रहते हैं  हम अपना हक भी हक से मांगते नहीं  और वह नाजायज हड़प के भ...