emotional shayari

"दहलीज़-ए इश्क़ पे खड़े हैं, अब सितम हो जाने दो.....,,
इश्क़ तो एक  क़यामत है......हमें शायरी  में तो बयां कर लेने   दो"...!!
Shayaripub.com
                             हिन्दी शायरी दिल से  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...