तूफानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पे वार करो,
मल्लाहो का चक्कर छोड़ो, तैर कर दरिया पार करो...
फूलो की दुकाने खोलो, खुशबु का व्यापर करो,
इश्क खता हैं, तो ये खता एक बार नहीं, सौ बार करो...
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हिन्दी शायरी दिल से
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