depressed shayari

बड़ी अजीब सी है शहरों की रौशनी...

उजालों के बावजूद चेहरे पहचानना मुश्किल 
है...
                           Shayaripub.com 
                        हिन्दी शायरी दिल से 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Good morning

Shayaripub.in पर‌ visit करके मेरी शायरी का आनन्द लें  बांधकर मेरी कलाई पर ताबीज नजर का । वह खुद मुझ पर अपनी  ही नजर लगाए बैठे हैं। वो जो‌ अब...