emotional shayari

हजूर कैसी मोहब्बत करते हो 
महफिल में मिलते हो अनजान की तरह 
तन्हाई में बन जाते हो दिलो जान की तरह 
shayaripub.com 
हिन्दी शायरी दिल ऎसे पर 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...