हिन्दुत्व तो पूर्ण विज्ञान है
एक बार सनातनीय संस्कृति के पुरोधा *ब्रह्मनिष्ठ स्वामी चिन्मयानंद जी महाराज* के पास एक स्वयं को *सेकुलर* समझने वाली महिला पत्रकार आई । यह महोदया हमेशा हिन्दुत्व की अन्य धर्मों की तुलना में ओछी आलोचना करती रहती थी ।
पत्रकार ने कुछ प्रश्नोत्तर की इच्छा जाहिर की । स्वामीजी ने हामी भर दी....
*पत्रकार*: इस्लाम धर्म का प्रवर्तक कौन है ?
*स्वामीजी* : पैगम्बर मोहम्मद
*पत्रकार* : ईसाई धर्म का ?
*स्वामीजी* : ईसा मसीह
*पत्रकार* : हिन्दू धर्म का ?
*स्वामीजी* : मौन रहे...
*स्वामीजी के उत्तर न देने के बाद कहने लगी कि जिस धर्म का कोई प्रवर्तक ही न हो , वो कैसा धर्म ! यह कोई धर्म है ही नहीं...*
तब स्वामीजी बोले : आप सही कह रही है । हिन्दू धर्म है ही नहीं... *हिन्दुत्व तो विज्ञान है*
पत्रकार इस बात को समझी नहीं । उसने कुछ और प्रश्न करने चाहे...
*पत्रकार* : रसायनशास्त्र का आविष्कारक कौन ?
*स्वामीजी* : कोई एक व्यक्ति नहीं ।
*पत्रकार* : भौतिकशास्त्र का ?
*स्वामीजी* : कोई एक व्यक्ति नहीं ।
*पत्रकार* : शल्य चिकित्साशास्त्र का ?
*स्वामीजी* : उसका भी कोई एक व्यक्ति नहीं... समय समय पर अनेक वैज्ञानिकों द्वारा ये शास्त्र स्थापित होते रहे हैं ।
हिन्दू धर्म तो एक विज्ञान है , पूरे विश्व में अनेकानेक साधु-संतों ने तपस्या करके ज्ञान अर्जित किया और फिर प्रसारित किया । इस्लाम धर्म में एक ग्रंथ है : कुरान । उसी तरह ईसाई धर्म में है : बाइबल । लेकिन *हिन्दुत्व के विज्ञान हेतु समय समय पर इतने प्रामाणिक ग्रंथ लिखे गए हैं कि पूरा पुस्तकालय बन जाय । इन ग्रंथों के प्रमाण अकाट्य है और कोई भी एक ग्रंथ दूसरे ग्रंथ में लिखी बात को काटता नहीं है ।*
*🔥यही तो विज्ञान है ।🔥*
ओशो नमन
हिन्दी शायरी दिल से
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