emotional shayari

🌷🌷मैं  अपनी कश्ती किनारे पे डुबो देता हूँ!
इतना तन्हा हूँ , के हंसते हुए रो  देता हूँ 🌷🌷
              Shayaripub.com 

🌷🌷सुना है बहुत शौक़ है आपको हुक्मरानी का,
ये दिल सल्तनत है आपकी बस राज़ कीजिये।🌷🌷                                     Shayaripub.com 

🌷🌷हमसे भी पूछ लो कभी हाल-ई-दिल जनाब,
कभी हम भी कह सकें की दुआ है आपकी।🌷🌷                                            Shayaripub.com 





कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...