hindi shayari dil se

दिलों का मसला दिल वाले जानते हैं
   
 जौहरी ही हीरे की चमक पहचानते हैं
  
जिस्मों रिवाजों को छोड़ो जी क्या रखा है
    
 हम तो बस आपकी रूह में पनाह मांगते हैं
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