emotional shayari

मैं अलग था, अलग हूँ, अलग ही रहा,
ये सबब था, सबब है, सबब ही रहा।
सोचता था कि तुम मेरे हो जाओगे,
पर वहम था, वहम है, वहम ही रहा।
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जिनकी साँसे चलती हो आपके लफ़्जों से.........

उन्हें अपनी आवाज़ के लिये तरसाया नहीं करते........
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