कब कहां कौन कैसे बदला,
ये सबका हिसाब रखता है
ये दिल भी अपने पास
एक दिमाग रखता है
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.कुछ ख्वाइश कुछ हसरत अभी बाकी है
टूट कर भी लगता है , टूटना अभी बाकी है ...
बिखर कर भी अभी बिखरे नहीँ हम
शायद जिन्दगी के बहुत से सितम अभी बाकी है ....
Hindi shayari dil se
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