मुझे कुछ भी नहीं कहना इतनी सी गुजारिश है,
बस उतनी बार मिल जाओ जितना याद आते हो।
अहसास मिटा, तलाश मिटी, मिट गई
उम्मीदें भी सब मिट गया पर जो न मिट
सका वो है यादें तेरी
तेरे ख़याल में रहना उदास, अच्छा लगता है,
क़रीब रहना तेरा आस - पास, अच्छा लगता है !
बरसना रात - भर शबनम का, बन्द आँखों में,
लबों पर रहती है हल्की सी प्यास,अच्छा लगता है !
ये दर्द... दर्द नहीं, एक कैफ़ियत - सी है,
ये आँखें सूजी रहें बारह मास, अच्छा लगता है
Dev
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