एक गीत, love song

वो किस्सा कुछ इस तरह सुनाया हमने
अपने अश्कों को जुबान बनाया हमने

इतने हंसते हुए उठे महफिल से हम
तेरे पत्थरों के शहर को रुलाया हमने

आंखों ने तेरी पहचान को मिटा दिया कब का
दिल में तेरे नाम का घरौंदा जाने क्यों? बनाया हमने

तेरे घर  के उजालों को बचाने के लिए
अपनी हस्ती को बिजली सा जलाया हमने
                      अचलाएसगुलेरिया
       Shayaripub.com 

1 टिप्पणी:

 thank God my blog is start working again