Good night

कुछ ख़्वाब गोटे-से
चुनरी पे, अटके..
कुछ ख़्वाहिशें 
अधूरी-सी
आसमाँ पे टँगी..
मन पलाश वन-सा
दहकता रहा..
और, 
जीवन सपने-सा
बीत गया..!!
Shayaripub.in 

1 टिप्पणी:

Good night

हम सच बोलते हैं वहम है तुम्हे! हमें हमारे बारे में पूछ कर तो देखो:! वो न आयेंगे जिनकी रजा में राजी रहते हो कभी उनसे हल्का सा रूठ कर तो देखो:...