Good morning

माना के "अनमोल" हो "हसरत-ऐ-नायब" हो तुम...!!
 हम भी वो लोग हैं जो हर "दहलीज़" पर नहीं मिलते...!!
                     Shayaripub.com 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कुछ

जिंदगी की प्रयोगशाला में प्रयोग चलते रहते हैं  उन पर कितने रंग चढ़ते उतरते रहते हैं  हम अपना हक भी हक से मांगते नहीं  और वह नाजायज हड़प के भ...