Good night

तेरे इत्र से महकता रहता है ,मेरे घर का कोना कोना
तेरे ना होने से भी तेरे होने का एहसास इतना भी क्यों है। 
            Shayaripub.in

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कुछ

जिंदगी की प्रयोगशाला में प्रयोग चलते रहते हैं  उन पर कितने रंग चढ़ते उतरते रहते हैं  हम अपना हक भी हक से मांगते नहीं  और वह नाजायज हड़प के भ...