Good morning

चलकर देखा है, अकसर

मैंने अपनी चाल से तेज.... 

पर वक्त और तकदीर से आगे
 
कभी निकल ना सके ।।
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Good night

चलती हुई “कहानियों” के जवाब तो बहुत है मेरे पास………. .लेकिन खत्म हुए “किस्सों” की खामोशी ही बेहतर है….