Good morning

ये दरिया-ए-इश्क है, कदम जरा सोच के रखना,
    इस में उतर कर किसी को किनारा नहीं मिला
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चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...