लाल चादरू

लाल चादरू तेरा लाल चादरू
लाल लाल लाल नी कमाल चादरू

हो जानी हो जानी॰॰॰॰॰॰मेरिये

तेरे चादरू नू लगियां किनारियां
तिज्जो दिखी करी जलदियां सारियां

ओ जानी ओ जानी °°°°°°°°

तेरे चादरू जो लगया गोटा
मिंजो मिल आई करी तू जोता

ओ जानी

तेरे चादरू दा रंग सूहा लाल नी
कहने गल्लां च डिम्पल कमाल नी

ओ जानी ओ जानी

तेरे चादरू दे चार किनारे
तिज्जो दिखी दिखी जिन्दे कुआरे

ओ जानी ओ जानी ओ जानी

तेरे चादरू दा बांका डिजाइन
तिज्जो मारे हर छोरू लाइन

ओ जानी ओ जानी ओ

तेरे चादरू च जड़ेओ सितारे
लिफ्ट देने जो तैयार तिज्जो सारे

ओ जानी ओ जानी

जालु चादरू तू सरा पर ओढ़दी
जानी कुस्सी पासे जोगा नी तू छोड़दी

ओ जानी ओ जानी

लई चादरू तू गले विच्च पांदी
इना छोरूआं दी जान चली जांदी

ओ जानी ओ जानी ओ जानी

जालु चादरू जो लांदी तू नोट नी
सच्ची लगदी तू बड़ी भारी होट नी

ओ जानी ओ जानी ओ जानी
अचला एस गुलेरिया

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Goodmorning

तुम्हारा  एक प्रणाम🙏🏼 बदल देता है सब परिणाम ।।          Shayaripub.in