emotional shayari

🌹सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं।
जिसको देखा ही नहीं उसको ख़ुदा कहते हैं।🌹।

🌹ज़िन्दगी को भी सिला कहते हैं कहनेवाले।
जीनेवाले तो गुनाहों की सज़ा कहते हैं।🌹।

🌹फ़ासले उम्र के कुछ और बढ़ा देती है।
जाने क्यूँ लोग उसे फिर भी दवा कहते हैं।🌹।

🌹चंद मासूम से पत्तों का लहू है ।
जिसको महबूब के हाथों की हिना कहते हैं।🌹।
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                            हिन्दी शायरी दिल से 

1 टिप्पणी:

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