जय सिया राम

                 कभी किसी से डरना मत मेरे श्रोता.....

 कोई ऐसे से डरना जिसके डरने से ...कल का सूत्र.... हम निडर हो जाए.....
 और जो किसी से भी ना डरे वो किसी एक से डरे... तो समझना ये रहस्य है.....

                       मानस हरिद्वार 
                          जय सियाराम
                       Shayaripub.com 

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