जो दुख देगा वो पल हूँ !
मैं उस का गुज़रा कल हूँ !
पागल को पागल कह दूँ !
मैं क्या कोई पागल हूँ !
जो बरसों से है प्यासा !
मैं इक ऐसा बादल हूँ !
जिस में सपनें डूबे हैं !
मैं इक ऐसी दलदल हूँ !
उसकी आँखें मेरा घर !
मैं तो उसका काजल हूँ !
मुझ को छू कर देखो तो !
सब से आला मख़मल हूँ !
हिन्दी शायरी दिल दिल से
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