attitude shayari

कभी जो दिल में उतरे थे आज मेरे दिल से उतर गए
चले थे साथ जो मेरे ..आज वो जाने किधर गए। ।

मेरे दिल में..... अपना घर बनाने वाले
शाम ढलते ही, अपने-अपने घर गए ।।


धोखा फरेब दर्द सह लिया इतना
नाम के वर्ण तक मेरे टुकड़ों में बिखर गए

दर्द ने मुझे सारा जहां समझा दिया
इतने तपे कि सोने से ज्यादा निखर गए

अब जिएंगे तो अपनी मस्ती में जिएंगे
उसे चाहेंगे जिसे चाह कर पत्थर भी तर गए
                                          अचलाएस गुलेरिया
                    Shayaripub.com 
                          Hindi shayari dil se 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...