कृष्ण भजन
गोपाल हो तुम हम बालसखा
तुम और नहीं हम और नहीं
मैं बालक हूं तुम मात पिता
तुम और नहीं हम और नहीं
तुम हित हो मैं हितकारी हूं
तुम कर्म हो मैं क्रम कारी हूं
तुम ठाकुर हो मैं पुजारी हूं
तुम और नहीं हम और नहीं
तुम कमल हो मैं रस भंवरा हूं
तुम चंदा हो मैं चकोरा हूं
तुम मेरे हो मैं तेरा हूं
तुम और नहीं हम और नहीं
तुम दीपक मैं हूं दीवाना हूं
तुम दाता मैं दर वाला हूं
तुम गायत्री हो मैं माला हूं
तुम और नहीं हम और नहीं
तुम पर्दे में मैं जाहिर हूं
तुम भीतर हो मैं बाहर हूं
तुम नारायण हो मैं नर हूं
तुम और नहीं हम और नहीं
हम दो का भेद मिटा प्यारे
अब देर करो मत पल भर की
इस दास को दर्शन दो प्यारे
तुम और नहीं हम और नहीं
सबका मंगल करना प्रभु
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