*ऊपर बैठा वो बाजीगर* ,
*जाने क्या मन में ठाने है*
*चाहे जितना भी जतन करे*
*भरने का दामन तारों से*,
*झोली में वो ही आएँगे*,
*जो तेरे नाम के दाने है*.""
हिन्दी शायरी दिल से
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