मत बहा आंसूओ में जिंदगी को;
एक नए जीवन का आगाज़ कऱ;
दिखानी है अगर दुश्मनी की हद तो;
ज़िक्र भी मत कर, नज़र अंदाज़ कर।
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अक्सर हम
साथ साथ टहलते है
तुम ज़हन में मेरे
मैं छत पर
हिन्दी शायरी दिल से
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