sad shayari # ज़ख्मी दिल

मुझे मालूम नहीं उससे
अलग हो जाने की वजह...!
न जाने हवाएं तेज़ थीं या मेरा
उस शाख से रिश्ता कमज़ोर
था...!!
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                         हिन्दी शायरी दिल से 

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