attitude shayari





दुआ कौन सी थी हमे याद नही बस इतना याद है,

दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी..!!
Shayaripub.com 


कितने अंदाज से किया "नजर अंदाज" उसने !
ऐ खुदा" उसके इस अंदाज को "नज़र" ना लगे !!
Shayaripub.com 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Good night