emotional shayari

             चाहतों के फड़फड़ाते पन्नों
          पर रखा पेपर वेट है,_

                     ज़िम्मेदारियाँ
दुआ कौन सी थी हमे याद नही बस इतना याद है,

दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी..!!                                        Shayaripub.com 


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