emotional shayari

तुम्हारी याद बरस जाए  तो थकन कम हो 
कहाँ कहाँ मैं फिरूँ सर पे अब घटा ले कर...
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 गज़ल की बज़्म जैसा है

 तुम्हारा चाँद सा चेहरा...!!

निगाहे शेर पढ़ती हैं 

तो लब इरशाद करते हैं....!!!
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