emotional shayari

                       
              गुरूर है मुझे खुद पर कि एक नारी हूं मैं
             ईश्वर की रची सबसे सुंदर कलाकारी हूं मैं !
                        Shayaripub.com.    जिसने दिया एक बूंद भी साथ हमारा
 ज़िंदगी रही तो समन्दर लौटाएंगे ।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...