shayari

🌷दर्द मेरा उभ़र  कर तेरी आखों में, अगर आया होता,🌷🌷
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♥️तो इल्जाम बेवफाई का मुझ पर न लगाया होता🌷
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🌷मैं तो तन्हाइयों में हर वक्त, हर लम्हा, तेरा ही रहा था, सनम,🌷🌷🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲
🌷🌷काश तूने भी, मुझको  दिल सेअपना बनाया होता।।🌷🌷🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲shayaripub.com 

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