shayari

रह गयी है कुछ कमी तो शिकायत क्या है ?

इस जहाँ में सब अधूरा है…मुकम्मल क्या है?
               🌹🌹Shayaripub.com 🌹🌹

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

 thank God my blog is start working again