Good morning

आ लिख दूँ कुछ तेरे बारे में,
मुझे पता है कि...
तू रोज़ ढूँढ़ता है खुद को मेरे अल्फाज़ों में!
Aa likh dun kuchh tere bare mein mujhe pta hai
Tu roj Dunstable hai khud ko mere alfazon mein
                 Shayaripub.com 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Good night

थी ख़ामोशी हमारी फितरत में तभी तो बरसो निभ गयी उन से, अगर मुँह में हमारे जुवान होती तो  कितना बवाल होता..!! Shayaripub.in हम तो अच्छे थे पर ल...