happy monsoon

मुनीश पटियाल  की कलम से

🌹न चिंता थी कोई न फिक्र जमाने का, 🌹
🌹वो  मज़ा ही अलग था बारिश में नहाने का ,🌹
 🌷दोस्त दुश्मन का पता भी नही होता था 🌹
🌹🌹आज दिल टूटने पर भी ख़ामोश है🌹
 🌹🌹जो खिलौना टूटने पर रोता था🌹
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