Good morning

मोहब्बत में लाखों ज़ख्म खाये हमने,
अफसोस! उन्हें हम पर ऐतबार नहीं,
मत पूछों क्या गुजरती है दिल पर,
जब वो कहते है हमें तुमसे प्यार नहीं है।

मिल ही जाएगा कोई ना कोई टूट के चाहने वाला,_ 

 अब शहर का शहर तो बेवफा हो नहीं सकता।
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Goodmorning

तुम्हारा  एक प्रणाम🙏🏼 बदल देता है सब परिणाम ।।          Shayaripub.in