"उम्मीद जब बोझ लगती है ll
जिंदगी अफसोस करती है ll
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आदमी नशे में चूर रहता है,
सफलता मदहोश करती है ll
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अपना पता मेहनत रखिये
मंजिल हमें खोज सकती है ll
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सब्र कछुए की चाल चल रहा,
जल्दबाजी खरगोश लगती है ll
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आपकी खुशी में मेरी खुशी है,
खुशी इसी में संतोष करती है ll"
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