Good night

उलझी शाम को पाने की जिद न करो

जो ना हो अपना उसे अपनाने की जिद न करो
Shayaripub.com 
इस समंदर में तूफान बहुत आते हैं 

इसके साहिल पर घर बनाने की जिद न करो।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...