*सूर्य संवेदना पुष्पे, दीप्ति कारुण्यगंधने।
*लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्।।
अर्थात:- *जिस तरह सूर्य प्रकाश देते है, संवेदना करुणा को जन्म देती है, पुष्प सदैव महकता रहता है,उसी तरह आने वाला हर एक पल आपके लिए मंगलमय हो।
*नव वर्ष के शुभ अवसर पर हे मां भगवती! आप को एवं आपके परिवार को:-
रिद्धि दे, सिद्धि दे,वंश में वृद्धि दे।
ह्रदय में ज्ञान दे,चित्त में ध्यान दे।।
अभय वरदान दे,दुःख को दूर कर।
सुख भरपूर कर, आशा को संपूर्ण कर।।
सज्जन जो हित दे, कुटुंब में प्रीत दे।
माया दे, साया दे,और निरोगी काया दे।।
मान-सम्मान दे, सुख समृद्धि और ज्ञान दे।
शान्ति दे, शक्ति दे,भक्ति भरपूर दें।।
नव वर्ष विक्रम संवत २०८१ आपके लिए हर दिन, हर पल मंगलमय हो।
नववर्ष एवं चैत्र नवरात्र की अंतर्मन से आपको हार्दिक शुभकामनाएं।
हरि ऊं
Bahut bahut badhai ho
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