sad shayari, emotional shayari

*हमने सोचा था कि बताएंगे सब दुःख दर्द तुमको....*

*पर तुमने तो इतना भी न पूछा कि खामोश क्यों हो*




तेरे ख़्याल में जब 
बे-ख़्याल होता हूँ,,

थोड़ी देर ही सही 
बे-मिसाल होता हूँ...!!!


वो बर्फ़ का शरीफ टुकड़ा, जाम में क्या गिरा....
धीरे धीरे, खुद-ब-खुद, शराब हो गया....!!!!
               
               Shayaripub.com
                                हिन्दी शायरी दिल से

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल छोड़,shayaripub.in

      अचलाएसगुलेरिया की कलम से                   चल छोड़ चल छोड़ छोड़ कहते कहते वह हमें छोड़ कर चले गए । दिल जिनके बक्से में रखा था वह त...